हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें एक कुत्ता छोटे बच्चे को रेलवे ट्रैक से बचाता नजर आ रहा है। वीडियो में दिखाया गया है कि ट्रैक पर बच्चा फंस गया है और पीछे से ट्रेन आती दिख रही है। इसी दौरान एक कुत्ता ट्रैक पर कूदता है और बच्चे को प्लेटफॉर्म तक सुरक्षित पहुंचाता है। वीडियो में प्लेटफॉर्म पर खड़े अन्य लोग सिर्फ तमाशा देखते नजर आते हैं।
वीडियो को एक्स (X) प्लेटफॉर्म पर शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, “ट्रेन के आगे गिरे बच्चे के कुत्ते हैं बचाई जान, वहीं पर लोग खड़े होकर देखते रहे तमाशा !!” सोशल मीडिया पर वीडियो को देखकर लोगों ने कुत्ते की बहादुरी की जमकर तारीफ की, जबकि कुछ लोगों ने प्लेटफॉर्म पर खड़े लोगों की उदासीनता पर सवाल उठाए। लेकिन आजतक की फैक्ट चेक टीम ने जांच करने पर पाया कि यह वीडियो किसी असल घटना का हिस्सा नहीं है। यह पूरी तरह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक की मदद से तैयार किया गया वीडियो है।
कैसे पता चली वीडियो की असली सच्चाई?
वीडियो को ध्यान से देखने पर कई विसंगतियां नजर आईं। सबसे पहले, प्लेटफॉर्म पर खड़े एक आदमी की परछाई अचानक गायब हो जाती है। इसके अलावा ट्रेन पर लिखे टेक्स्ट असामान्य दिखाई दे रहे हैं। प्लेटफॉर्म पर खड़े अन्य लोग बच्चे की मदद नहीं कर रहे हैं और ट्रेन के पास आने के बावजूद कोई कदम नहीं उठा रहे। ये सभी संकेत बताते हैं कि वीडियो वास्तविक नहीं है।
फैक्ट चेक टीम ने वीडियो के की-फ्रेम्स की रिवर्स सर्च की तो यह यूट्यूब चैनल ‘Multiverse Matrix’ पर पाया गया। चैनल ने 8 अक्टूबर 2025 को वीडियो अपलोड किया था और इसके चैनल विवरण में बताया गया है कि यहां केवल AI जेनरेटेड वीडियो अपलोड किए जाते हैं। वीडियो के डिस्क्रिप्शन में ‘Higgsfield.ai’ और ‘HiggsfieldSora2’ जैसे हैशटैग्स का इस्तेमाल किया गया है। Sora2, ओपनएआई द्वारा विकसित एक वीडियो जेनरेशन मॉडल है, जिसका उपयोग AI आधारित वीडियो बनाने के लिए किया जाता है।
सोशल मीडिया पर AI वीडियो का असर
वायरल वीडियो ने सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर ध्यान खींचा। कुत्ते की बहादुरी और लोगों की उदासीनता की तुलना में वीडियो के पीछे की असली तकनीक पर कोई चर्चा नहीं हुई। यह घटना स्पष्ट करती है कि AI तकनीक अब इतनी उन्नत हो गई है कि वास्तविकता और फिक्शन के बीच की सीमाएं धुंधली होती जा रही हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे वीडियो मनोरंजन के लिए बनाए जा सकते हैं, लेकिन बिना पुष्टि के इन्हें साझा करना भ्रम फैलाने वाला हो सकता है। सोशल मीडिया यूजर्स को हमेशा वीडियो और खबरों की सच्चाई की जांच करने के लिए फैक्ट चेक टूल्स और विश्वसनीय सूत्रों का उपयोग करना चाहिए।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ कुत्ते द्वारा बच्चे की रेलवे ट्रैक से बचाने वाला वीडियो AI तकनीक की मदद से तैयार किया गया था और इसका वास्तविक जीवन से कोई संबंध नहीं है। यह घटना दर्शाती है कि तकनीक की प्रगति मनोरंजन और मीडिया दोनों में तेजी ला रही है, लेकिन साथ ही यह सच और झूठ के बीच अंतर करना आवश्यक बनाती है। इस वीडियो ने जहां लोगों को भावनात्मक रूप से प्रभावित किया, वहीं यह एक चेतावनी भी है कि सोशल मीडिया पर हर वायरल कंटेंट को सत्यापित करना अब बेहद जरूरी है।