बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) द्वारा 71 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी किए जाने के बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक गाड़ी पर कुछ लोगों को जूते-चप्पल और पत्थर फेंकते हुए दिखाया गया है, जबकि एक सुरक्षाकर्मी किसी तरह गाड़ी को सुरक्षित निकालने की कोशिश कर रहा है। वीडियो को साझा करने वाले कई यूज़र्स ने इसे बिहार की हालिया घटना बताते हुए दावा किया कि यह बीजेपी विधायक के खिलाफ जनता का गुस्सा है। पोस्ट्स में कैप्शन दिया गया है: "भाजपा के विधायक का स्वागत करते हुए बिहार में। BJP सरकार के विरुद्ध देश में क्रांति होने वाली है।" हालांकि, आजतक फैक्ट चेक की पड़ताल में यह दावा गलत साबित हुआ है। यह वायरल वीडियो बिहार का नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले का है।
सच्चाई की पड़ताल
वीडियो के की-फ्रेम्स का रिवर्स इमेज सर्च करने पर सच्चाई सामने आई। यह वीडियो 9 और 10 अक्टूबर को कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और यूट्यूब चैनल 'RNF News' पर अपलोड किया गया था। वीडियो के साथ दी गई जानकारी के अनुसार, यह घटना 6 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी के नागराकाटा इलाके में हुई थी। दरअसल, यह हमला तब हुआ जब बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू और विधायक शंकर घोष अक्टूबर की शुरुआत में उत्तरी बंगाल में आई भीषण बाढ़ और भूस्खलन के बाद स्थिति का जायजा लेने और राहत कार्य के लिए प्रभावित इलाके में पहुंचे थे। भारी बारिश के चलते दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी जिलों में त्रासदी मची थी, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स ने की पुष्टि
'अमर उजाला', 'लाइव हिंदुस्तान' और 'जागरण' जैसे प्रमुख मीडिया संस्थानों ने भी 6 अक्टूबर को हुई इस घटना पर विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की थीं। इन रिपोर्ट्स में स्पष्ट किया गया था कि बीजेपी नेताओं की गाड़ियों पर गुस्साए लोगों ने हमला किया था। इस हमले के बाद बीजेपी नेता अमित मालवीय ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर हमले का आरोप लगाया था। खगेन मुर्मू और शंकर घोष, दोनों को घायल होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। बाद में, कलकत्ता हाईकोर्ट ने सांसद पर हमले के मामले में पश्चिम बंगाल सरकार से रिपोर्ट भी तलब की थी।
'द ट्रिब्यून' जैसे प्रतिष्ठित समाचार पत्रों के यूट्यूब चैनल पर भी इस हमले का वीडियो अपलोड किया गया था। वायरल वीडियो और मूल फुटेज की तुलना से यह साफ हो जाता है कि सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा वीडियो जलपाईगुड़ी में बीजेपी नेताओं पर हुए हमले का है।
निष्कर्ष:
यह स्पष्ट है कि पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में बीजेपी सांसद और विधायक पर हुए हमले के एक पुराने वीडियो को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के संदर्भ में गलत जानकारी के साथ वायरल किया जा रहा है। इसका बिहार की राजनीति या हालिया उम्मीदवार सूची से कोई संबंध नहीं है।