लोक आस्था और प्रकृति पूजा का महापर्व छठ आज, 28 अक्टूबर 2025, उगते सूर्य को अर्घ्य देने की विशेष रस्म के साथ संपन्न हो गया। 36 घंटे तक चले इस कठिन निर्जला व्रत का आज अंतिम दिन था, जब व्रतियों ने नदियों और तालाबों के घाटों पर पहुंचकर सूर्य देव और छठी मैया की उपासना की और अपनी साधना पूरी की। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, छठ पूजा में हर दिन का विशेष महत्व होता है, और जो श्रद्धालु सच्चे मन से सभी नियमों का पालन करते हुए इस व्रत को पूर्ण करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। आज की तिथि और खगोलीय गणनाएं इस पवित्र दिन को और भी विशेष बना रही हैं।
आज का पंचांग: तिथि, नक्षत्र और योग
पंचांग के अनुसार, आज प्रातः 8 बजे तक कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि रही, जिसके बाद सप्तमी तिथि का आरंभ हो गया। मंगलवार का दिन होने के कारण आज दिशा शूल उत्तर दिशा में रहेगा, जिसके चलते इस दिशा की यात्रा से बचने की सलाह दी जाती है। नक्षत्रों की स्थिति पर ध्यान दें तो, आज पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र दोपहर 3 बजकर 45 मिनट तक प्रभावी रहा, जिसके समाप्त होते ही उत्तराषाढ़ा नक्षत्र ने अपना स्थान ग्रहण कर लिया। करणों की श्रृंखला में, प्रातः 8 बजे तक तैतिल करण रहा, जिसके बाद गर करण आरंभ हुआ और रात्रि 8 बजकर 46 मिनट तक चला। इसके उपरांत, वणिज करण का प्रभाव रहेगा।
शुभ-अशुभ योग और ग्रहों की चाल
आज के दिन कई महत्वपूर्ण योगों का निर्माण हुआ। सुबह 7 बजकर 50 मिनट तक सुकर्मा योग रहा, जिसके बाद धृति योग प्रभावी हुआ। इसके अतिरिक्त, दोपहर 11 बजकर 15 मिनट से लेकर अगले दिन सुबह तक त्रिपुष्कर योग बन रहा है, जिसे ज्योतिष में शुभ फलदायी माना जाता है। इसी से पहले, सूर्योदय (7:01 बजे) के साथ ही रवि योग भी आरंभ हो चुका था। आडल योग दोपहर 11:15 बजे से शुरू होकर अगले दिन तक रहेगा, जबकि सुबह 7:01 बजे से 11:15 बजे तक विडाल योग का समय रहा।
सूर्योदय आज सुबह 7 बजकर 01 मिनट पर हुआ, जिसके तुरंत बाद व्रतियों ने जल में खड़े होकर उगते भास्कर को अर्घ्य समर्पित किया। सूर्यास्त शाम 4 बजकर 04 मिनट पर हुआ था।
नवग्रहों की स्थिति की बात करें तो, आज कई ग्रह अपनी महत्वपूर्ण राशियों में विराजमान हैं। सूर्य ग्रह तुला राशि में, शुक्र कन्या राशि में और देवगुरु बृहस्पति कर्क राशि में गोचर कर रहे हैं। वहीं, केतु सिंह राशि में और राहु कुंभ राशि में हैं। न्याय के देवता शनि ग्रह मीन राशि में स्थित हैं। आज चंद्र ग्रह धनु और मकर राशि में संचार कर रहे हैं, जबकि बुध और मंगल ग्रह वृश्चिक राशि में युति बनाए हुए हैं।
छठ पर्व का यह समापन समारोह प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने और संतान की सुख-समृद्धि की कामना करने का एक गहरा प्रतीक है। देश के विभिन्न हिस्सों में आज व्रतियों और उनके परिवारों ने विधिवत पूजा कर इस महापर्व की छटा को और भी दिव्य बना दिया।