7 जुलाई 2025 को प्रात: 5 बजकर 55 मिनट पर ग्रहों के राजकुमार बुध ने कर्क राशि में अश्लेषा नक्षत्र में गोचर किया है। यह गोचर इसलिए भी विशेष है क्योंकि बुध ने अपने ही नक्षत्र में प्रवेश किया है, जिससे उनकी ऊर्जा और प्रभाव दोनों ही अधिक हो जाते हैं। यह स्थिति वाणी, बुद्धि, तर्क, व्यापार और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में गहराई से असर डालती है।
बुध 29 जुलाई तक अश्लेषा नक्षत्र में और 30 अगस्त 2025 तक कर्क राशि में स्थित रहेंगे। लेकिन एक खास बात और है — 18 जुलाई से बुध वक्री हो जाएंगे, यानी उल्टी चाल चलने लगेंगे, जिससे कुछ राशियों को थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत होगी। आइए जानते हैं इस गोचर से किन-किन राशियों को विशेष लाभ होने वाला है।
कर्क राशि: पढ़ाई, स्वास्थ्य और धन लाभ के संकेत
बुध ने जिस राशि में गोचर किया है, वो खुद कर्क ही है। यह गोचर कर्क वालों के लिए बेहद शुभ माना जा रहा है।
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जो बच्चे पढ़ाई में रुचि नहीं ले रहे थे, अब उनका मन पढ़ाई में लगेगा।
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भाई-बहनों के साथ बिगड़े रिश्ते सुधर सकते हैं।
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हाल ही में जिन लोगों ने किसी तरह की सर्जरी करवाई है, उनकी सेहत में अब तेजी से सुधार होगा।
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आर्थिक रूप से देखा जाए तो सोच-समझकर किया गया निवेश अच्छे लाभ में बदल सकता है।
लकी दिन: सोमवार
लकी रंग: गुलाबी
लकी दिशा: पश्चिम
वृश्चिक राशि: अचानक धन लाभ और करियर में सफलता
बुध का गोचर वृश्चिक राशि वालों के लिए बहुत फलदायी साबित हो सकता है।
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अचानक धन की प्राप्ति होगी जिससे पुराने कर्ज या लोन चुकाने में आसानी होगी।
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अविवाहित जातकों को इस माह जीवनसाथी मिलने के प्रबल योग बनेंगे।
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प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को सफलता के संकेत मिलेंगे।
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वरिष्ठ नागरिकों के लिए संतुलित दिनचर्या फायदेमंद होगी और सेहत सामान्य रहेगी।
लकी दिन: रविवार
लकी रंग: पिंक
लकी दिशा: उत्तर
कुंभ राशि: आर्थिक उन्नति और नई नौकरी के योग
बुध का यह गोचर कुंभ राशि वालों के लिए भी शुभ संकेत लेकर आया है।
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पैर या हड्डी से जुड़ी तकलीफ झेल रहे जातकों को अब राहत मिलेगी।
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उधार दिए गए पैसे वापस मिलने के संकेत हैं, जिससे आर्थिक स्थिति सुधरेगी।
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कारोबारी वर्ग को संपत्ति या भूमि में निवेश से लाभ हो सकता है।
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जो लोग नौकरी की तलाश में हैं, उन्हें जुलाई मध्य तक शुभ समाचार मिलने की संभावना है।
लकी दिन: शनिवार
लकी रंग: लाल
लकी दिशा: दक्षिण
बुध गोचर का समग्र प्रभाव
इस बार बुध ने अपने ही नक्षत्र अश्लेषा में गोचर किया है, जिससे उनकी तार्किक शक्ति और संवाद क्षमता चरम पर होगी। इसका प्रभाव विशेष रूप से बिजनेस, एजुकेशन, कम्युनिकेशन, आईटी और फाइनेंस से जुड़े लोगों पर दिखेगा। वाणी में मधुरता बढ़ेगी, निर्णय लेने की क्षमता बेहतर होगी और व्यापारिक समझ बढ़ेगी।
बुध वक्री होने पर 18 जुलाई के बाद कुछ भ्रम और गलतफहमी की स्थिति बन सकती है, खासकर दस्तावेज़ों, अनुबंधों और बातचीत में। ऐसे में सावधानी से निर्णय लें और जल्दबाज़ी न करें।