थाईलैंड और कंबोडिया के बीच वर्षों पुराना सीमा विवाद एक बार फिर उग्र युद्ध में बदलता दिखाई दे रहा है। CNN की रिपोर्ट के अनुसार सोमवार की सुबह थाई वायुसेना ने कंबोडिया के सीमा क्षेत्र में स्थित एक कैसीनो बिल्डिंग पर F-16 फाइटर जेट से हवाई हमला किया। थाई प्रशासन का दावा है कि यह भवन अब केवल जुए का केंद्र नहीं, बल्कि कंबोडियाई सेना का गुप्त सैन्य अड्डा बन चुका था, जहां भारी मात्रा में हथियार, ड्रोन और विस्फोटक सामग्री जमा की जा रही थी। थाई सेना ने आरोप लगाया कि कंबोडिया पिछले कुछ महीनों से सीमा के पास उकसाने वाली गतिविधियां कर रहा था और सैन्य उपस्थिति लगातार बढ़ाई जा रही थी। दोनों देशों के बीच सीमा विवाद कोई नया मुद्दा नहीं है, लेकिन इस बार विवाद सीधे हवाई हमलों तक पहुंच गया, जो तनाव को बेहद खतरनाक मोड़ पर ले जाता है।
थाई सेना का दावा: “कैसीनो सैन्य ठिकाना बन चुका था”
थाई सैन्य अधिकारियों के अनुसार जिस क्षेत्र पर हमला किया गया, वह सामान्य मनोरंजन स्थल नहीं बल्कि एक स्ट्रैटेजिक ऑपरेशनल पॉइंट था। सेना का कहना है कि—
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इमारत में उन्नत ड्रोन तैनात किए गए थे
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गोला-बारूद की बड़ी खेप जमा थी
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विशेष बटालियन के सैनिक गुप्त रूप से रह रहे थे
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सीमावर्ती गांवों पर दबाव बनाने की रणनीति बनाई जा रही थी
थाई अधिकारियों ने इस हवाई हमले को खतरे को टालने के लिए “आवश्यक सुरक्षा कदम” बताया है, जबकि कंबोडिया ने इसे अपने क्षेत्र पर सीधे हमले के रूप में युद्ध घोषणा से तुलना की है।
गोलाबारी और हताहतों की संख्या
सीमा पर गोलीबारी रविवार रात से ही जारी थी, लेकिन सोमवार सुबह हवाई हमले के बाद हालात पूरी तरह नियंत्रण से बाहर हो गए। रिपोर्टों के अनुसार—
सीमा पर मौजूद गांवों से लोगों का पलायन शुरू हो गया है। बाजार, व्यापारिक मार्ग और सीमा चौकियां बंद कर दी गई हैं। दोनों देशों की अतिरिक्त सैन्य टुकड़ियां सीमा पर तैनात कर दी गई हैं।
दो महीने पुराना युद्धविराम समझौता ध्वस्त
अक्टूबर 2025 में अमेरिकी मध्यस्थता में युद्धविराम समझौता हुआ था। उस समय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्वयं बैठक में मौजूद रहकर दोनों देशों से शांति बनाए रखने का अनुरोध किया था। समझौते के बाद स्थिति स्थिर होती दिखी, लेकिन यह शांति केवल दो महीनों तक ही कायम रही। अब हालात फिर से अप्रैल–मई 2025 जैसा रूप लेते नजर आ रहे हैं, जब 5 दिनों तक संघर्ष चला था और करीब 30 लोगों की मौत हुई थी।
ट्रंप का बयान: “एक फोन कॉल से युद्ध रोक दूंगा”
हिंसा बढ़ते ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा—“मैंने 10 महीनों में 8 युद्ध खत्म कराए थे। दुख है कि कंबोडिया और थाईलैंड फिर युद्ध में उतर आए हैं। मुझे कल एक फोन कॉल करना है, और मैं एक फोन कॉल में इस संघर्ष को रोकने जा रहा हूं। हम ताकत के जरिए शांति स्थापित करेंगे।”
ट्रंप के इस बयान के बाद दोनों देशों से राजनयिक स्तर पर संवाद शुरू करने की उम्मीद बढ़ गई है, लेकिन क्षेत्रीय भू-राजनीति विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार स्थिति कहीं अधिक जटिल है। सीमा क्षेत्र में पिछले महीनों में जो सैन्य निर्माण हुआ, उसने दोनों देशों के बीच अविश्वास की खाई को और चौड़ा कर दिया है।