भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में मंगलवार आधी रात करीब 2 बजे एक बड़ी एयर स्ट्राइक की, जिसे ऑपरेशन सिंदूर के तहत अंजाम दिया गया। इस एयर स्ट्राइक में भारतीय सेना ने 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। यह एयर स्ट्राइक, पहलगाम आतंकी हमले का करारा जवाब थी, जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए थे। इस हमले के बाद, पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ झूठी खबरें फैलाने और ध्यान भटकाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। पाकिस्तान की ओर से डिजिटल मीडिया का इस्तेमाल कर कई प्रकार की झूठी और मनगढ़ंत खबरें फैलाई जा रही हैं, जिनका उद्देश्य भारत की सैन्य सफलता को नकारना और अपनी स्थिति को मजबूत करना है।
पाकिस्तान का ध्यान भटकाने का प्रयास
पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद एक रणनीति अपनाई है, जिसमें वह झूठी खबरों और मनगढ़ंत दावों के जरिए दुनिया का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है। एएनआई के अनुसार, पाकिस्तान समर्थक सोशल मीडिया हैंडल और कुछ प्रभावशाली राजनीतिक हस्तियों ने जानबूझकर फर्जी खबरें फैलाने की साजिश रची है। इन खबरों का उद्देश्य भारतीय सशस्त्र बलों के केंद्रित और प्रभावी सैन्य अभियानों की सच्चाई को छिपाना और लोगों को गुमराह करना है।
पुरानी तस्वीरों और वीडियो का गलत इस्तेमाल
पाकिस्तान ने अपनी झूठी खबरों के प्रचार के लिए पुरानी तस्वीरों और वीडियो का इस्तेमाल किया है। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान ने भारतीय ब्रिगेड मुख्यालय को नष्ट कर दिया है। यह तस्वीर वास्तव में भारतीय वायुसेना (IAF) के मिग-29 लड़ाकू जेट से जुड़ी एक पुरानी घटना की है, जो सितंबर 2024 में राजस्थान के बाड़मेर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। पाकिस्तान ने इस तस्वीर को गलत तरीके से प्रस्तुत किया, ताकि यह दिखाया जा सके कि भारतीय सेना पर पाकिस्तान ने हमला किया है।
पाकिस्तान का झूठा दावा: राफेल जेट को मार गिराना
पाकिस्तान ने एक और झूठा दावा किया कि उसने भारतीय राफेल जेट को मार गिराया था, जो बहावलपुर के पास पाकिस्तान द्वारा गिराया गया। यह वायरल इमेज भी पूरी तरह से झूठी साबित हुई है। PIB (प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो) के फैक्ट चेक ने इसकी पुष्टि की थी कि यह तस्वीर वास्तव में 2021 में पंजाब के मोगा जिले में हुई मिग-21 क्रैश से संबंधित थी और इसका वर्तमान घटनाओं से कोई संबंध नहीं था। पाकिस्तान का यह दावा भी पूरी तरह से गलत था, जिसे फैक्ट चेक के जरिए खारिज कर दिया गया।
भारतीय सेना ने आत्मसमर्पण किया- फर्जी वीडियो
पाकिस्तान के एक मंत्री, अताउल्लाह तरार, ने एक वीडियो का प्रचार किया, जिसमें झूठा दावा किया गया कि भारतीय सेना ने सफेद झंडा फहराया और चोरा पोस्ट पर आत्मसमर्पण कर दिया। यह वीडियो पूरी तरह से मनगढ़ंत था और इसका कोई तथ्यात्मक आधार नहीं था। पाकिस्तान ने बिना किसी प्रमाण के यह दावा किया, जिसे पूरी दुनिया ने नकार दिया। इस तरह के दावों का उद्देश्य सिर्फ अपनी जनता को गुमराह करना और भारत की सैन्य सफलता को कमजोर दिखाना था।
पाकिस्तान की रणनीति: डिजिटल युद्ध
पाकिस्तान का यह प्रयास एक प्रकार से डिजिटल युद्ध का हिस्सा है, जिसमें वह सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल प्लेटफार्मों का इस्तेमाल कर अपनी गलत जानकारी फैलाने की कोशिश कर रहा है। यह पाकिस्तान की रणनीति का हिस्सा है, जो भारत के खिलाफ झूठे दावे फैलाने के लिए झूठी खबरों और तस्वीरों का सहारा लेता है। पाकिस्तान के इस प्रयास को अंतरराष्ट्रीय समुदाय में बुरी तरह खारिज किया जा रहा है, और इसने पाकिस्तान की विश्वसनीयता को और भी नुकसान पहुँचाया है।
भारत की सख्त प्रतिक्रिया
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और PoK में की गई एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के झूठे प्रचार का सख्त जवाब दिया है। भारतीय सेना ने अपनी कार्रवाई को पूरी तरह से सही ठहराया है और कहा है कि यह कार्रवाई आतंकवादियों के खिलाफ थी, जो भारत के लिए सुरक्षा खतरे का कारण बने हुए थे। भारत का यह कदम आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को मजबूत बनाने और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
निष्कर्ष
भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्षों के बीच यह देखना महत्वपूर्ण है कि पाकिस्तान किस तरह झूठी खबरों और पुरानी तस्वीरों का सहारा लेकर भारत की सैन्य सफलता को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है। भारतीय सेना की कार्रवाई पूरी तरह से वैध और सुरक्षा हितों से संबंधित थी। पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे झूठ और डिजिटल प्रचार को पूरी दुनिया ने नकार दिया है। अब यह भारत की जिम्मेदारी है कि वह दुनिया को पाकिस्तान के झूठ से अवगत कराए और अपने सैन्य प्रयासों को सही तरीके से प्रस्तुत करे।