भारत के सशक्त और निर्णायक "ऑपरेशन सिंदूर" के बाद से पाकिस्तान की सेना और सरकार में गंभीर अस्थिरता और बौखलाहट देखने को मिल रही है। भारत की सैन्य कार्रवाई से स्तब्ध पाकिस्तान अब सीमा पर सीजफायर उल्लंघन, झूठे दावे और सोशल मीडिया के ज़रिए गलत जानकारी फैलाकर प्रोपेगेंडा फैलाने की कोशिश कर रहा है।
भारतीय एयरफोर्स पायलट शिवानी सिंह को लेकर झूठा दावा
पाकिस्तान की ओर से सोशल मीडिया पर यह झूठ फैलाया जा रहा है कि भारतीय एयरफोर्स की स्क्वाड्रन लीडर शिवानी सिंह को पकड़ लिया गया है।
हकीकत:
यह दावा पूरी तरह फर्जी और बेबुनियाद है। भारतीय सेना और रक्षा मंत्रालय की ओर से ऐसी किसी भी घटना की पुष्टि नहीं हुई है।
PIB फैक्ट चेक और रक्षा विशेषज्ञों ने इस अफवाह को स्पष्ट रूप से गलत और गढ़ा हुआ बताया है।
ह पाकिस्तान की साइकोलॉजिकल वॉरफेयर रणनीति का हिस्सा है, जिससे वह अपनी जनता को झूठी तसल्ली देने की कोशिश कर रहा है।
साइबर हमले और बिजली ग्रिड को लेकर भी झूठी खबरें
पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने भारत के पावर ग्रिड पर साइबर हमला किया है, जिसके कारण देशभर में 70% बिजली गुल हो गई।
सच क्या है?
यह दावा भी पूरी तरह मनगढ़ंत है। भारत सरकार, NTPC और बिजली मंत्रालय की ओर से ऐसी किसी भी साइबर अटैक की पुष्टि नहीं की गई है।
PIB फैक्ट चेक ने इस झूठी खबर को भी स्पष्ट रूप से फेक न्यूज़ बताया है।
सीमा पर नापाक हरकतें और भारत की मुंहतोड़ प्रतिक्रिया
पाकिस्तान न केवल अफवाह फैला रहा है, बल्कि सीमा पर भी लगातार:
लेकिन भारतीय सेना ने हर बार इन हरकतों को:
✔️ तुरंत जवाब दिया
✔️ ड्रोन और मिसाइल को एयर डिफेंस सिस्टम से नष्ट किया
✔️ पाकिस्तानी पोस्ट्स को टारगेट कर करारा जवाब दिया
निष्कर्ष
भारत की सैन्य सख्ती के बाद पाकिस्तान अब झूठ और अफवाहों का सहारा ले रहा है। स्क्वाड्रन लीडर शिवानी सिंह को पकड़ने की खबर, या साइबर हमले के झूठे दावे, सिर्फ प्रोपेगेंडा और भ्रम फैलाने की चालें हैं। भारतीय सेना न केवल सीमा की रक्षा में सक्षम है, बल्कि जानकारी के मोर्चे पर भी सतर्क है।
ऐसी किसी भी भ्रामक खबर पर विश्वास न करें, और केवल आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी लें।