मुंबई, 5 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) सिलिकॉन वैली की दिग्गज टेक कंपनियाँ, जिनमें Amazon, Google और Microsoft जैसे नाम शामिल हैं, अब एक नए और अभिनव तरीके से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एजेंट्स को प्रशिक्षित कर रही हैं। ये कंपनियाँ AI एजेंट्स को इंसानों की तरह डिजिटल दुनिया में नेविगेट करने और काम करने के लिए सिखाने हेतु Amazon और Gmail जैसे लोकप्रिय वेब प्लेटफॉर्मों की हूबहू नकली प्रतियां (replicas) बना रही हैं। इस कदम का उद्देश्य AI प्रणालियों को वास्तविक दुनिया की जटिलताओं के लिए तैयार करना है, ताकि वे बिना किसी वास्तविक उपयोगकर्ता या लाइव सिस्टम को जोखिम में डाले, सुरक्षित रूप से सीख सकें।
पारंपरिक AI प्रशिक्षण विधियाँ अक्सर व्यवस्थित (sanitized) डेटासेट पर निर्भर करती रही हैं, जो AI एजेंट्स को वेब इंटरैक्शन की अप्रत्याशित प्रकृति के लिए पूरी तरह तैयार नहीं कर पाती थीं। इस समस्या को हल करने के लिए, कंपनियाँ अब पूर्ण डिजिटल प्रशिक्षण वातावरण (digital training environments) का निर्माण कर रही हैं, जहाँ AI एजेंट्स को वास्तविक ई-कॉमर्स साइट (जैसे Amazon) पर खरीदारी करने या ईमेल प्लेटफॉर्म (जैसे Gmail) का उपयोग करने जैसे कार्य दिए जाते हैं। नकली प्लेटफॉर्म होने के कारण, यदि AI कोई गलती करता है, तो उससे किसी ग्राहक को कोई नुकसान नहीं होता और न ही लाइव सिस्टम क्रैश होता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह नई रणनीति AI विकास में एक बड़ी रुकावट को दूर करती है। AI एजेंट्स का बाज़ार अभूतपूर्व रूप से बढ़ रहा है, और जो कंपनियाँ इस प्रशिक्षण विधि में सफल होंगी, वे व्हाइट-कॉलर (White-Collar) कर्मचारियों के काम को भी स्वचालित करने में आगे निकल सकती हैं। AI एजेंट्स का उद्देश्य जटिल लक्ष्यों को पूरा करना, प्राकृतिक भाषा इंटरफ़ेस का उपयोग करना और उपयोगकर्ता की देखरेख के बिना स्वतंत्र रूप से कार्य करना है। इन नकली प्रशिक्षण वातावरणों के माध्यम से AI को मिले उच्च-गुणवत्ता वाले अनुभव, उन्हें भविष्य में डिजिटल दुनिया में मनुष्यों और मशीनों के सहयोग को नया रूप देने में मदद करेंगे।