आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 में भारतीय टीम की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। टूर्नामेंट के 13वें मैच में टीम इंडिया को एक बड़े स्कोर को डिफेंड न कर पाने के कारण ऑस्ट्रेलिया के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा। टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शानदार प्रदर्शन किया और स्कोरबोर्ड पर 330 रन का विशाल लक्ष्य रखा, लेकिन खराब गेंदबाजी के चलते कंगारू टीम ने इस लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया।
ऑस्ट्रेलिया की कप्तान एलिसा हीली (Alyssa Healy) इस मैच में भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती साबित हुईं। हीली ने कमाल की बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए एक शानदार शतकीय पारी खेली, जिसकी बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 49 ओवर में ही 7 विकेट खोकर 330 रन के लक्ष्य को हासिल कर लिया और मैच 3 विकेट से जीत लिया। एलिसा हीली की 142 रनों की विस्फोटक पारी उनकी टीम की जीत में निर्णायक साबित हुई।
लगातार दूसरी हार से बढ़ी टेंशन
इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया की यह लगातार दूसरी हार है। इससे पहले उसे साउथ अफ्रीका के हाथों शिकस्त मिली थी। इन हारों के बाद अब हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली टीम इंडिया के लिए सेमीफाइनल में पहुंचने की टेंशन काफी बढ़ गई है।
सेमीफाइनल की राह: अब क्या करना होगा?
टीम इंडिया महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 में अभी तक कुल 4 मैच खेल चुकी है, जिसमें उसे 2 में जीत और 2 में हार का सामना करना पड़ा है। 4 अंक के साथ टीम इंडिया फिलहाल पॉइंट्स टेबल में तीसरे पायदान पर बनी हुई है। राहत की बात यह है कि टीम का नेट रनरेट अभी भी सकारात्मक (+0.682) है।
लेकिन अब टीम के सामने आगे का सफर चुनौतीपूर्ण है। टीम इंडिया को अभी 3 और मैच खेलने हैं, जो न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और बांग्लादेश जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ होंगे।
बिना निर्भरता के रास्ता:
अगर टीम इंडिया बिना किसी अन्य टीम के रिजल्ट पर निर्भर हुए सेमीफाइनल का टिकट हासिल करना चाहती है, तो उसके पास एकमात्र विकल्प यही है कि वह अपने अगले तीनों मैच जीते।
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अगर टीम इंडिया तीनों मैच जीत लेती है, तो उसके कुल अंकों की संख्या 10 हो जाएगी और वह आसानी से सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर लेगी।
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हरमनप्रीत कौर की टीम यही चाहेगी कि वह अपने प्रदर्शन में सुधार करे और तीनों मैच जीतकर आत्मविश्वास के साथ नॉकआउट स्टेज में प्रवेश करे।
अगर टीम इंडिया हारी तो:
अगर टीम इंडिया अगले तीन मैचों में से एक भी मैच हार जाती है, तो उसके लिए सेमीफाइनल की राह काफी मुश्किल हो जाएगी। ऐसी स्थिति में, टीम इंडिया को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए अनिवार्य रूप से दूसरी टीमों के रिजल्ट पर निर्भर रहना पड़ेगा, जिससे समीकरण काफी जटिल और अनिश्चित हो जाएंगे।
भारतीय टीम के लिए यह हार खासकर गेंदबाजी विभाग में चिंता का विषय है, क्योंकि 330 जैसा बड़ा स्कोर भी डिफेंड नहीं हो पाया। अब टीम को शेष मैचों में अपनी गेंदबाजी और फील्डिंग में तत्काल सुधार करना होगा ताकि वह अपने वर्ल्ड कप अभियान को ट्रैक पर वापस ला सके।
एलिसा हीली का बयान: मैच के बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलिसा हीली ने टीम इंडिया को 'गहरा जख्म' देने के बाद एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘उम्मीद है दोबारा नहीं…’ यह बयान भारतीय टीम के लिए एक चेतावनी जैसा है कि उन्हें अपनी कमजोरियों पर काम करना होगा।