मुंबई, 08 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता रविवार को शालीमार बाग विधानसभा में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में अपने पति मनीष गुप्ता के साथ पहुंचीं। उन्होंने X पर इस बैठक की तस्वीरें भी साझा कीं, जिनमें मनीष गुप्ता अधिकारियों के साथ बैठे नजर आए। मनीष गुप्ता कारोबारी और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उनकी मौजूदगी को लेकर विपक्षी दलों ने सवाल उठाए हैं। आम आदमी पार्टी ने इस पर तंज कसते हुए 'पंचायत' वेब सीरीज का एक दृश्य शेयर कर लिखा कि दिल्ली में ‘फुलेरा पंचायत’ जैसी सरकार चल रही है। AAP नेता संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में दो मुख्यमंत्री बना दिए हैं, एक रेखा गुप्ता और दूसरे उनके पति। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने महज छह महीने में दिल्ली की हालत बिगाड़ दी है। कांग्रेस ने भी X पर सवाल किया कि सरकार आखिर चला कौन रहा है, रेखा गुप्ता या उनके पति।
AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह साफ तौर पर परिवारवाद है। उन्होंने लिखा कि जैसे पंचायतों में महिला प्रधान की जगह उनके पति फैसले लेते थे, वैसे ही दिल्ली में मुख्यमंत्री का पति मीटिंग में बैठ रहा है और निरीक्षण कर रहा है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जो पार्टी कांग्रेस को परिवारवाद के लिए कोसती रही है, वही अब उसी राह पर चल रही है। पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने भी इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि यह देश के इतिहास में पहली बार हो रहा है जब किसी महिला मुख्यमंत्री का पति सरकारी काम संभाल रहा है। AAP का दावा है कि इससे पहले भी 12 अप्रैल को हुई नगर निगम, जल बोर्ड और PWD की मीटिंग में मनीष गुप्ता शामिल हो चुके हैं। रेखा गुप्ता ने अपनी पोस्ट में लिखा कि शालीमार बाग क्षेत्र में विकास कार्यों की समीक्षा की गई और अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे नियमित रूप से प्रगति की निगरानी करें और तय समयसीमा में रिपोर्ट सौंपें। हालांकि, विपक्ष लगातार इसे असंवैधानिक और परिवारवाद से जुड़ा मामला बता रहा है।