मुंबई, 28 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। दिल्ली यूनिवर्सिटी के लक्ष्मीबाई कॉलेज की छात्रा पर हुआ कथित एसिड अटैक का मामला झूठा निकला है। जांच में खुलासा हुआ है कि यह पूरा ड्रामा छात्रा के पिता अकील खान ने रचा था। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उसने स्वीकार किया कि तीन युवकों को फंसाने के लिए यह साजिश रची गई थी। पुलिस ने बताया कि हमले में इस्तेमाल किया गया पदार्थ एसिड नहीं, बल्कि टॉयलेट क्लीनर था। छात्रा ने दावा किया था कि 26 अक्टूबर की सुबह जब वह कॉलेज जा रही थी, तब तीन युवक — जितेंद्र, ईशान और अरमान — बाइक पर आए और उस पर तेजाब फेंक दिया। छात्रा ने कहा था कि उसने अपना चेहरा बचाने की कोशिश की, लेकिन उसके दोनों हाथ झुलस गए। साथ ही उसने यह भी बताया था कि जितेंद्र काफी समय से उसका पीछा कर रहा था।
हालांकि, पुलिस जांच में मामला पूरी तरह उल्टा निकला। जांच के दौरान पता चला कि छात्रा के पिता अकील खान पर जितेंद्र की पत्नी ने रेप का केस दर्ज कराया था। महिला का आरोप था कि वह अकील की फैक्ट्री में काम करती थी, जहां उसका यौन शोषण किया गया और निजी फोटो खींचे गए। इसी विवाद की वजह से अकील ने जितेंद्र और उसके दोस्तों को फंसाने के लिए एसिड अटैक का झूठा मामला बनाया। पुलिस ने जब उस जगह की CCTV फुटेज देखी जहां घटना का दावा किया गया था, तो वहां किसी बाइक सवार को छात्रा पर हमला करते नहीं पाया गया। जांच में यह भी सामने आया कि घटना के वक्त जितेंद्र अपनी पत्नी के साथ करोलबाग इलाके में था। उसकी लोकेशन, कॉल डिटेल्स और फुटेज से यह बात साबित हुई। जिस बाइक से हमले की बात कही गई थी, वह भी करोलबाग में ही मिली।
पुलिस के मुताबिक, छात्रा अपने भाई के साथ स्कूटर से अशोक विहार तक आई थी, फिर वहां से ई-रिक्शा लिया और कॉलेज से करीब 300 मीटर पहले उतर गई। यह बात भी संदिग्ध पाई गई कि उसने इतनी दूरी पैदल क्यों तय की। पुलिस को उसके बैग पर भी किसी एसिड के निशान नहीं मिले, बल्कि बैग में सिर्फ एक कुर्ती बरामद हुई। वहीं, जांच में यह भी सामने आया कि जिन ईशान और अरमान पर हमले का आरोप लगाया गया था, वे घटना के समय आगरा में थे। उनकी लोकेशन और परिवार से पूछताछ में इसकी पुष्टि हुई। दोनों की मां शबनम ने बताया कि अकील खान के साथ उनका पुराना संपत्ति विवाद चल रहा है और साल 2018 में अकील ने उन पर भी एसिड फेंकने की कोशिश की थी।