पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग द्वारा पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सस्पेंड किए जाने का नोटिस जारी होने के बाद पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू ने पटियाला पहुंचकर मीडिया से बात की और कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति पर खुलकर निशाना साधा। उन्होंने अपने सस्पेंशन को महत्वहीन बताते हुए कहा कि "मुझे जिसने सस्पेंड किया है उसकी कोई अहमियत नहीं है।" उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी बातचीत लगातार पार्टी की हाई कमान से चल रही है।
'चोरों का साथ नहीं दूंगी' और 'पंजाब में कांग्रेस को तबाह कर रहे हैं 4-5 लोग'
नवजोत कौर सिद्धू ने स्पष्ट किया कि वह अपनी शर्तों पर काम करेंगी, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण शर्त यह है कि वह "चोरों का साथ नहीं देंगी।" उन्होंने पंजाब कांग्रेस की मौजूदा स्थिति पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि राज्य में कांग्रेस को "चार-पांच लोग तबाह कर रहे हैं।" उन्होंने हाई कमान से इन लोगों को साइडलाइन करने की मांग की और कहा कि अगर ऐसा होता है, तभी वह काम करने के बारे में सोचेंगी। यह बयान पंजाब कांग्रेस के नेतृत्व पर सीधा हमला माना जा रहा है।
₹500 करोड़ के ऑफर पर फिर की बात
मुख्यमंत्री पद के लिए कथित तौर पर ₹500 करोड़ के मामले पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए नवजोत कौर सिद्धू ने कहा कि जब मीडिया ने उनसे पूछा कि वह मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनतीं, तो उन्होंने जवाब दिया कि उनके पास 500 करोड़ रुपये नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जिन मुद्दों को उन्होंने उठाया, अगर वही मुद्दे राहुल गांधी यहां आकर उठाते तो वह हीरो बन जाते।
सुखजिंदर रंधावा और राजा वडिंग पर निशाना
नवजोत कौर सिद्धू ने सुखजिंदर रंधावा द्वारा भेजे गए लीगल नोटिस की आलोचना करते हुए कहा कि रंधावा अपनी पत्नी की जीत भी पक्की नहीं कर सके। उन्होंने रंधावा पर राजस्थान में खुलेआम करोड़ों रुपये में टिकट बेचने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने मीडिया में सबूत देखे हैं और कांग्रेस हाई कमान को भी सबूत भेजे हैं।
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग पर भी उन्होंने तीखे शब्दी हमले किए। सस्पेंशन के बाद भी अपनी स्थिति मजबूत बताते हुए नवजोत कौर सिद्धू ने दावा किया कि आलाकमान के करीब 90% और पंजाब कांग्रेस के 70% नेता उनके साथ खड़े हैं। हालांकि, उन्होंने इन नेताओं के नाम सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा कि वक्त आने पर ये सब नेता उनके साथ खड़े होंगे।
आलाकमान का समर्थन और 2027 का दावा
नवजोत कौर ने दावा किया कि कांग्रेस आलाकमान का उन्हें पूरा समर्थन है और वह 2027 में पंजाब में सरकार बनाएंगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना सच बोल दिया है और अगर पार्टी को जमीनी स्तर पर सच बोलने वाले लोगों की ज़रूरत है, तो वे समझेंगे। उन्होंने दोहराया कि AICC उनका समर्थन करती है।
नवजोत कौर सिद्धू के ये सार्वजनिक आरोप और बयान पंजाब कांग्रेस में राजनीतिक उथल-पुथल मचा रहे हैं, खासकर मुख्यमंत्री का पद हासिल करने के लिए कथित तौर पर ₹500 करोड़ के ऑफर पर उनकी टिप्पणी के बाद। उनके सस्पेंशन के बावजूद, उनका यह बयान कि हाई कमान उनके साथ है, पार्टी के भीतर नेतृत्व के बीच चल रही खींचतान को और बढ़ाता है।